मिर्गी क्या है? (What is Epilepsy?)

🧠 मिर्गी (Epilepsy): कारण, प्रकार, लक्षण और उन्नत उपचार

 

 

मिर्गी क्या है? (What is Epilepsy?)

 

मिर्गी एक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (Central Nervous System) से जुड़ा एक दीर्घकालिक (Chronic) न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिसकी विशेषता बार-बार होने वाले, अनियंत्रित दौरे (Seizures) हैं।

दौरे तब पड़ते हैं जब मस्तिष्क में न्यूरॉन्स (तंत्रिका कोशिकाएं) की विद्युत गतिविधि अचानक बाधित हो जाती है, जिससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली अस्थायी रूप से अस्त-व्यस्त हो जाती है। मिर्गी का निदान तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को बिना किसी ज्ञात या प्रतिवर्ती चिकित्सा कारण के (जैसे उच्च बुखार या कम रक्त शर्करा) दो या दो से अधिक दौरे पड़ते हैं।

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⚡ मिर्गी के कारण (Causes of Epilepsy)

 

लगभग आधे मामलों में, मिर्गी का सटीक कारण अज्ञात होता है (Idiopathic Epilepsy)। शेष मामलों में, मिर्गी निम्नलिखित कारणों से हो सकती है:

  • आनुवांशिकी (Genetics): कुछ प्रकार की मिर्गी आनुवंशिक होती है और परिवारों में चलती है।
  • मस्तिष्क चोट (Brain Injury): सिर पर गंभीर चोट (Traumatic Brain Injury) लगने के कारण।
  • संक्रमण (Infections): मैनिंजाइटिस (Meningitis), एन्सेफलाइटिस (Encephalitis), या सिस्टीसर्कोसिस (Cysticercosis) जैसे संक्रमण।
  • स्ट्रोक (Stroke): मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति बाधित होने से स्थायी क्षति।
  • मस्तिष्क ट्यूमर (Brain Tumors): मस्तिष्क में असामान्य वृद्धि।
  • जन्म से पूर्व की क्षति: जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी या गर्भावस्था के दौरान संक्रमण।
  • विकास संबंधी विकार: ऑटिज्म या न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस जैसी स्थितियाँ।

 

✨ दौरे के प्रकार और लक्षण (Types of Seizures and Symptoms)

 

दौरे को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में बाँटा जाता है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि मस्तिष्क का कितना हिस्सा प्रभावित होता है:

 

1. फोकल दौरे (Focal Seizures)

 

ये तब शुरू होते हैं जब मस्तिष्क के एक सीमित क्षेत्र में असामान्य विद्युत गतिविधि होती है।

  • जागरूक फोकल दौरे (Aware Focal Seizures): व्यक्ति पूरी तरह से जागरूक रहता है, लेकिन उसे अजीब भावनाएँ, स्वाद, या आवाज़ें महसूस हो सकती हैं।
  • अधिसूचित जागरूकता फोकल दौरे (Impaired Awareness Focal Seizures): व्यक्ति भ्रमित हो जाता है, टकटकी लगाकर देखता है, या दोहराव वाली (Repetitive) हरकतें (जैसे होंठ चूसना) करता है, और उसे याद नहीं रहता कि क्या हुआ।

 

2. सामान्यीकृत दौरे (Generalized Seizures)

 

ये तब शुरू होते हैं जब मस्तिष्क के दोनों हिस्से एक साथ प्रभावित होते हैं।

दौरा प्रकार लक्षण/विवरण
टॉनिक-क्लोनिक (Tonic-Clonic) सबसे आम प्रकार। इसमें व्यक्ति अचानक चेतना खो देता है, शरीर कड़ा (Tonic) हो जाता है, और फिर लयबद्ध झटके (Clonic) आते हैं।
एब्सेंस (Absence) बच्चों में आम। व्यक्ति कुछ सेकंड के लिए बस टकटकी लगाकर देखता है या खाली देखता है। इसे अक्सर दिवास्वप्न (Daydreaming) समझ लिया जाता है।
मायोक्लोनिक (Myoclonic) हाथों या पैरों में अचानक, संक्षिप्त झटके लगते हैं, जैसे बिजली का झटका लगा हो।
एटोनिक (Atonic) अचानक मांसपेशी नियंत्रण खो देना, जिससे व्यक्ति गिर जाता है (“ड्रॉप अटैक”)।

 

🔬 मिर्गी का निदान (Diagnosis of Epilepsy)

 

एक न्यूरोलॉजिस्ट मिर्गी का निदान करने के लिए कई उपकरणों का उपयोग करता है:

  1. चिकित्सा इतिहास (Medical History): सबसे महत्वपूर्ण कदम, जिसमें दौरे के विस्तृत विवरण (यदि संभव हो तो प्रत्यक्षदर्शी द्वारा), आवृत्ति और संभावित कारणों पर चर्चा शामिल है।
  2. ईईजी (EEG – Electroencephalogram): यह मस्तिष्क की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करता है और दौरे से जुड़े असामान्य पैटर्न को पहचानता है।
  3. मस्तिष्क इमेजिंग (Brain Imaging):
    • MRI (Magnetic Resonance Imaging): ट्यूमर, स्ट्रोक, या मस्तिष्क की संरचनात्मक असामान्यताओं का पता लगाने के लिए।
  4. रक्त परीक्षण: संक्रमण, आनुवंशिक स्थितियों, या मधुमेह (Diabetes) जैसी अंतर्निहित समस्याओं का पता लगाने के लिए।

 

💊 मिर्गी का उपचार और प्रबंधन (Treatment and Management)

 

मिर्गी का उपचार आमतौर पर विशेषज्ञ न्यूरोलॉजिस्ट द्वारा किया जाता है और इसका लक्ष्य दौरे को पूरी तरह से नियंत्रित करना है।

 

A. दवा प्रबंधन (Anti-Epileptic Drugs – AEDs)

 

  • प्रथम पंक्ति उपचार: अधिकांश लोगों (लगभग 70%) में एंटी-एपिलेप्टिक ड्रग्स (AEDs) से दौरे नियंत्रित हो जाते हैं।
  • व्यक्तिगतकरण: दवा का चुनाव दौरे के प्रकार, आयु और संभावित दुष्प्रभावों को ध्यान में रखकर किया जाता है।
  • नियमितता: प्रभावी नियंत्रण के लिए AEDs को नियमित रूप से, बिना नागा लेना आवश्यक है।

 

B. अन्य उन्नत उपचार (Advanced Treatments)

 

जब दवाएं प्रभावी नहीं होती हैं (Refractory Epilepsy):

  • मिर्गी की सर्जरी (Epilepsy Surgery): यदि दौरा मस्तिष्क के एक छोटे, पहचान योग्य क्षेत्र से उत्पन्न हो रहा है जिसे हटाया जा सकता है।
  • वीएनस (VNS – Vagus Nerve Stimulation): एक उपकरण जो छाती में प्रत्यारोपित (Implanted) किया जाता है और दौरे की आवृत्ति को कम करने के लिए गर्दन में तंत्रिकाओं को विद्युत स्पंदन भेजता है।
  • आहार चिकित्सा (Dietary Therapy): कीटोजेनिक आहार (Ketogenic Diet) जैसे उच्च वसा, निम्न-कार्ब आहार, बच्चों और कुछ वयस्कों में मिर्गी को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

 

C. प्रबंधन और सुरक्षा (Safety and Management)

 

  • दौरा पड़ने पर प्राथमिक उपचार:
    • शांत रहें और व्यक्ति के चारों ओर से खतरनाक वस्तुएँ हटा दें।
    • सिर के नीचे कुछ मुलायम रखें।
    • कॉल की हुई चीज़ों को ढीला करें।
    • व्यक्ति को हिलने या रोकने की कोशिश न करें।
    • कभी भी उनके मुँह में कुछ न डालें।
    • दौरे की अवधि नोट करें। यदि दौरा 5 मिनट से अधिक चले, तो आपातकालीन सहायता (Emergency Services) को कॉल करें।

 

निष्कर्ष: विशेषज्ञ सहायता महत्वपूर्ण (Expert Help is Key)

 

मिर्गी एक ऐसी स्थिति है जिसका सफलतापूर्वक प्रबंधन किया जा सकता है। यदि आपको या आपके किसी परिचित को मिर्गी के लक्षण या दौरे पड़ते हैं, तो सर्वश्रेष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श करना महत्वपूर्ण है जो सटीक निदान और व्यक्तिगत, उन्नत उपचार योजना प्रदान कर सके।

आगे की कार्रवाई: यदि आप सर्वोत्तम उपचार चाहते हैं, तो डॉ. अभिषेक राठौर जैसे DM न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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